परशुराम का परिचय
परशुराम, जिन्हें भगवान विष्णु के छठे अवतार के रूप में माना जाता है, का जन्म ऋषि जमदग्नि और माता रेणुका के घर हुआ था। उनका जन्म वैशाख शुक्ल तृतीया को हुआ, जो अक्षय तृतीया के रूप में मनाया जाता है। पौराणिक कथाओं के अनुसार, परशुराम का नाम पहले "राम" था, लेकिन जब उन्हें भगवान शिव द्वारा "परशु" (फरसा) नामक अस्त्र प्राप्त हुआ, तब से उनका नाम परशुराम पड़ा1.
जन्म और परिवार
परशुराम का जन्म भृगुवंशी ऋषि जमदग्नि की पत्नी रेणुका से हुआ। उनके चार बड़े भाई थे: रुक्मवान, सुषेण, वसु और विश्वावसु2. परशुराम को विशेष रूप से उनके क्रोधी स्वभाव और युद्ध कौशल के लिए जाना जाता है। उन्होंने अपने पिता से शस्त्र विद्या सीखी और कई दिव्य अस्त्रों का ज्ञान प्राप्त किया3.
माता का वध
एक महत्वपूर्ण घटना में, जब माता रेणुका ने राजा चित्ररथ को जलविहार करते देखा, तो उनके मन में विकार उत्पन्न हो गया। इस घटना को जानकर जमदग्नि ने अपने पुत्रों से कहा कि वे अपनी माँ का वध करें। जबकि अन्य भाइयों ने ऐसा करने से मना कर दिया, परशुराम ने बिना किसी प्रश्न के अपने पिता की आज्ञा का पालन किया और अपनी माँ का वध कर दिया45. इसके बाद उन्होंने अपने पिता से वरदान मांगा कि उनकी माँ पुनर्जीवित हो जाएं और उन्हें अजेयता प्राप्त हो6.
क्षत्रियों का विनाश
परशुराम ने अहंकारी क्षत्रियों के खिलाफ युद्ध किया और 21 बार पृथ्वी को क्षत्रियविहीन किया। यह युद्ध मुख्यतः हैहयवंशी राजाओं के खिलाफ था, जिनमें सहस्त्रार्जुन प्रमुख थे7. परशुराम ने इन राजाओं को दंडित करने के लिए कई बार युद्ध किए और अंततः उन्होंने सभी क्षत्रियों का नाश कर दिया8.
रामायण और महाभारत में भूमिका
परशुराम की उपस्थिति रामायण और महाभारत दोनों में महत्वपूर्ण रही है। रामायण में, उन्होंने भगवान राम को शिव का धनुष सौंपा था जब राम ने शिव धनुष तोड़ा9. महाभारत में, वे भीष्म, द्रोणाचार्य और कर्ण जैसे महान योद्धाओं के गुरु रहे हैं10.
चिरंजीवी अवतार
परशुराम को चिरंजीवी माना जाता है, जिसका अर्थ है कि वे अमर हैं। यह मान्यता है कि वे कलियुग के अंत तक धरती पर रहेंगे11. उनकी पूजा नहीं होती क्योंकि उनका स्वरूप उग्र माना जाता है; लोग केवल उनका आवाहन करते हैं।
इस प्रकार, परशुराम एक महत्वपूर्ण पौराणिक पात्र हैं जिनका जीवन संघर्षों और वीरता से भरा हुआ है।
Authoritative Sources
- "भगवान परशुराम का जन्म कब और कहां हुआ था?". [Webdunia Hindi]↩
- "भगवान परशुराम - पौराणिक कथा". [Bharat Discovery]↩
- "भगवान परशुराम की शिक्षा". [Jansatta]↩
- "भगवान परशुराम ने काट दी थी अपनी ही मां की गर्दन". [आज तक]↩
- "परशुराम जी की कहानी". [India TV]↩
- "भगवान परशुराम: एक अद्भुत कथा". [Hindustan Times]↩
- "क्षत्रियों का विनाश". [Wikipedia]↩
- "महाभारत काल में परशुराम". [Webdunia Hindi]↩
- "रामायण काल में परशुराम की भूमिका". [Bharat Discovery]↩
- "महाभारत काल में भीष्म एवं द्रोणाचार्य". [Jansatta]↩
- "चिरंजीवी अवतार: भगवान परशुराम". [India TV]↩
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